इस ब्लॉग पर मै आपके साथ ग़ज़ल, गीत, मुक्तक, दोहा, कविता, इत्यादि रचनाएँ साझा करता रहूँगा। Copyright@ मुकेश पाण्डेय "जिगर"
Tuesday, December 12, 2023
मुक्तक: वर्तमान के वर्गखंड से
मुक्तक
अंधियारे को हरने वाला सूरज फिर से निकलेगा।
ज्योत जलेगी ज्ञान की तो अज्ञान मोम सा पिघलेगा।
कोई शिक्षक, कोई लेखक, कोई वैज्ञानिक होगा।
वर्तमान के वर्गखण्ड से भावी भारत निकलेगा।
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