इस ब्लॉग पर मै आपके साथ ग़ज़ल, गीत, मुक्तक, दोहा, कविता, इत्यादि रचनाएँ साझा करता रहूँगा। Copyright@ मुकेश पाण्डेय "जिगर"
Tuesday, December 12, 2023
गीत: पर्यावरण है बचाना
गीत: पर्यावरण है बचाना
नदियों में हमने कचरा डाला
नहरें बना दीं गंदा नाला
पानी भी है प्रदूषित, हवा भी है प्रदूषित
पर्यावरण को बिगाड़ा.....
बर्बाद कर डाला - 4
झीलें प्रदूषित, दरिया प्रदूषित
गंगा और यमुना नदियां प्रदूषित
हरे भरे ये खेत भी हमारे
केमिकल वाली खाद से प्रदूषित।
पानी भी है प्रदूषित, हवा भी है प्रदूषित
पर्यावरण को बिगाड़ा
बर्बाद कर डालाजेड- 4
सोलर लगाओ ऊर्जा बचाओ
पौधे लगाओ वर्षा लाओ
पानी बचाओ बिजली बचाओ
ई मोटर गाड़ी घर में लाओ
पानी है शुद्ध रखना, हवा है शुद्ध रखनी
पर्यावरण है बचाना
वादा है निभाना -4
मुकेशकुमार पाण्डेय "जिगर"
Mo.7874707567
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment