इस ब्लॉग पर मै आपके साथ ग़ज़ल, गीत, मुक्तक, दोहा, कविता, इत्यादि रचनाएँ साझा करता रहूँगा। Copyright@ मुकेश पाण्डेय "जिगर"
Saturday, April 27, 2024
अंतरिक्ष विज्ञान पर गीत (पैरोडी)
आओ बच्चों तुम्हें बताएं बातें हम विज्ञान की,
रॉकेट, सैटेलाइट वाले अंतरिक्ष के ज्ञान की।
जय हो विक्रम जी, जय हो विक्रम जी -2
टेलिस्कोप ने आसमान का दर्शन हमें कराया है,
और स्पेस शटल ने हमको अंतरिक्ष पहुंचाया है,
इसरो के वैज्ञानिकों ने जग में नाम कमाया है,
चंद्रयान - 3 ने भारत के परचम को लहराया है।
भारत के वैज्ञानिकों के मान और सम्मान की,
रॉकेट सैटेलाइट वाले अंतरिक्ष की ज्ञान की।
उन्नीस सौ पचहत्तर में जब आर्यभट्ट को छोड़ा था,
कोसमोस - 3 एम. वाहन ने धरती अंबर जोड़ा था,
भारत की इस उपलब्धि ने दुनिया का भ्रम तोड़ा था,
अंतरिक्ष की दिशा में हमने अपने रुख को मोड़ा था।
जी. एस. एल. वी., पी. एस. एल. वी. प्रक्षेपण के यान की।
रॉकेट, सैटेलाइट वाले अंतरिक्ष के ज्ञान की।
जय हो विक्रम जी, जय हो विक्रम जी -2
सात समंदर पार भी लोगों से बातें हो जाती हैं,
मौसम के बारे में सारी माहितियाँ मिल जाती हैं,
EDUSAT से शिक्षा की कलियां सारी खिल जाती हैं,
उपग्रहों से कितनी सारी मुश्किल हल हो जाती है।
चंद्रयान, आदित्य, गगन और बातें मंगलयान की,
रॉकेट सैटेलाइट वाले अंतरिक्ष के ज्ञान की।
जय हो विक्रम जी, जय हो विक्रम जी। -2
@ मुकेश पाण्डेय जिगर
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment